सुरक्षा और आतंकवाद से रोकथाम(security and prevention of terrorism)

 खुफिया जानकारी और सहयोग(Intelligence Sharing and Cooperation)

खुफिया जानकारी का महत्व

खुफिया जानकारी साझा करना और सहयोग आंतरिक सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है खुफिया जानकारी साझा करने से भविष्य में आने वाले खतरों को हम पहले ही भाप सकते हैं जिसके आधार पर जोखिम अथवा चुनौती कितनी बड़ी और किस प्रकार की है और उसके विपरीत में हम किस प्रकार की रणनीति और कदम उठा सकते हैं इसके बारे में पहले से विचार विमर्श किया जा सकता है

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और तकनीक

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, जासूसी और नई तकनीकों के आधार पर हम चुनौती का पता लगा सकते हैं और जोखिम को कम किया जा सकता है और शांति स्थापना में मदद मिल सकती है इसके अतिरिक्त खुफिया जानकारी साझा करने पर अंतरराष्ट्रीय चुनौतियों में काफी मदद मिलती है जैसे ड्रग स्मगलिंग, जानवरों की तस्वीरें, मानव तस्करी, भगोड़े अपराधियों को पकड़ने इत्यादि में इस प्रकार की अपराधिक गतिविधियों को खत्म करने के लिए खुफिया जानकारी का आदान-प्रदान अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाता है

उड़ान सुरक्षा(Aviation security)

विमान उड़ान सुरक्षा

विमान उद्योग में उड़ान सुरक्षा सर्वप्रिया होती है हर दिन हजारों लाखों यात्री विमान यात्रा करते हैं यात्रियों के साथ चालक दल और अन्य कहीं कर्मचारी भी विमान में शामिल रहते हैं जिसके आधार पर उड़ान सुरक्षा सर्वप्रिया हो जाती है| कम समय में लंबी दूरी तय करना और लोगों का भरोसा विश्वास उड़ान सुरक्षा को और भी चिंता का विषय बना देता है दुनिया भर में भारत उड़ान सुरक्षा में 48 नंबर पर है

आधुनिक तकनीक

वर्तमान समय में बढ़ती हुई तकनीकी प्रणाली कुछ हद तक विमान सुरक्षा की चिंता को कम करती है क्योंकि आज के विमान आधुनिक तकनीकी उपकरणों से लैस होते हैं जो चालक दल और कंट्रोल सेंटर को हर गतिविधि की सूचना देते हैं इसके अलावा तकनीकी उपकरण मौसम अपडेट, विमान की ऊंचाई, धरती से निकटता, उड़ान का रास्ता इत्यादि के बारे में पायलट की मदद करती है

प्रशिक्षण

उड़ान के दौरान हवाई जहाज का कारभार और जिम्मेदारी उसके पायलट अथवा कैप्टन पर निर्भर करती है एक गलत फैसला यात्रियों और अन्य कर्मचारियों को मुसीबत में डाल सकता है इसलिए यह सुनिश्चित करना अवश्य है की पायलट और फ्लाइट क्रू सदस्यों ने एक अच्छा और बेहतरीन प्रशिक्षण लिया है जो आपातकालीन स्थिति में भी धैर्य नहीं खोते हैं

 आतंकवाद विरोधी कानून(anti terrorism law)

आतंकवाद

आतंकवाद मानवता पर एक अभिशाप है यह देश को बाहरी और अंदरूनी तौर पर कमजोर करने की कोशिश करता है आतंकवाद पूरी दुनिया के लिए एक ऐसा मुद्दा है जिसके आधार पर कई देश एक दूसरे से अपनी खुफिया जानकारी साझा करते हैं और आतंकवादी विरोधी रणनीतियों पर एक साथ बैठकर विचार विमर्श करते हैं आतंकवादी रणनीतियां उन तथ्यों को भी टारगेट करती है जो आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देते हैं और फंडिंग करते हैं

आतंकवाद, terrorism

कानूनी रणनीतियां

आमतौर पर आतंकवाद की जड़ें मजबूत होने का कारण कुछ ऐसे तथ्य है जो उसे सहारा और बढ़ावा देते हैं आतंकवाद की सहायता के लिए आतंकवादी संगठन ओ जी डब्लू(OGW) ओवल ग्राउंड वर्कर बनाते हैं जो कुछ चंद पैसों के लिए आतंकवादियों की उनकी जरूरत के हिसाब से उनकी मदद करते हैं इनको रोकने के लिए सरकार को सख्त कानून और नियम बनाने की आवश्यकता है जिसके आधार पर ओ जी डब्लू और अन्य आतंकवादी संगठनों को निष्कासित किया जा सके और आतंकवाद की जड़ें जड़ से उखाड़ कर फेकने में मदद मिल सके|

 सीमा सुरक्षा और आप्रवासन नियंत्रण(border security and immigration control)

सीमा सुरक्षा

सीमा सुरक्षा और आप्रवासन नियंत्रण दुनिया भर के देशों के लिए राष्ट्रीय समस्या में से एक प्रमुख समस्या है आए दिन सीमाओं पर अनौपचारिक गतिविधियों जैसे स्मगलिंग, घुसपैठ आदि के लिए महत्वपूर्ण है सीमाओं पर सुरक्षाबलों का नियंत्रण और सुरक्षित रखने से हम अपने देश के नागरिकों की सुरक्षा को सुनिश्चित कर सकते हैं

आप्रवास की रोकथाम

आप्रवास कई देशों की एक बहुत बड़ी समस्या है जिसमें लोग अपनी देशों को छोड़कर एक सफल और विकसित देश में जाकर बस जाते हैं और अप्रत्यक्ष रूप से उनकी अर्थव्यवस्था को मजबूत करते हैं विकसित देशों की सुख सुविधाएं अच्छी लाइफ स्टाइल लोगों को अपने देश की तरफ आकर्षित करती हैं इस समस्या से लड़ने के लिए सरकार को कुछ ऐसी रणनीतियां बनानी होगी इसके आधार पर निवेशक हमारे देश की तरफ आकर्षित हो और हमारे देश के लोग दूसरे देशों मैं जाने की बजाय हमारे देश की सफलता में योगदान दें

साइबर और सूचना युद्ध(cyber and information warfare)

साइबर आतंकवाद

आज के समय में दुनिया तकनीक के आधार पर कहीं आगे बढ़ चुकी है लेकिन यह भी सच है कि दुनिया साइबर आतंकवाद से आज भी जूजते आ रही है साइबर आतंकवाद का लक्ष्य खुफिया यह संवेदनशील जानकारी को चुराना असामाजिक तत्व का प्रचार या अराजकता फैलाना हो सकता है|

साइबर आतंकवाद का माध्यम

आमतौर पर साइबर आतंकवाद का लक्ष्य दुष्प्रचार फैलाना देश के अभियानों को विफल करना, राजनीतिक संबंधों में फूट डालने इत्यादि को लेकर साइबर हमले होते हैं इनका मुख्य माध्यम इंटरनेट, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, सोशल मीडिया, और फर्जी खबरों का प्रचार प्रसार करने के द्वारा होता है|

साइबर आतंकवाद और सूचना युद्ध

साइबर आतंकवाद और सूचना युद्ध के बहुत गहरे और खतरनाक परिणाम हो सकते हैं क्योंकि साइबर आतंकवाद एक देश के मूलभूत ढांचे पर हमला हमला करते हैं जिसके आधार पर देश को आर्थिक और राजनीतिक नुकसानो से गुजरना पड़ सकता है सूचना युद्ध जनता द्वारा बनाए गए विश्वास को खत्म कर सकता है लोकतांत्रिक अर्थव्यवस्था को तहस-नहस कर सकता है जिस पर पड़ोसी दुश्मनों से भी सीमा पर खतरे की आशंका बढ़ जाती है|

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